उलट-पलट रहता है चलता, न रहते सब दिन एक समान। उलट-पलट रहता है चलता, न रहते सब दिन एक समान।
The best phase in everyone's life is childhood. Here is a poem dedicating to all the children out th... The best phase in everyone's life is childhood. Here is a poem dedicating to all...
प्रेम कहूँ या परमेश्वर कहूँ तुझे, प्यार में तेरा नाम छिपा! प्रेम कहूँ या परमेश्वर कहूँ तुझे, प्यार में तेरा नाम छिपा!
इतनी निर्दयता हाय,कहाँ से हो पाती, प्रकृति खड़ी है मौन,क्यों नहीं रो पाती, इतनी निर्दयता हाय,कहाँ से हो पाती, प्रकृति खड़ी है मौन,क्यों नहीं रो पाती,
ये सूरज, चाँद व तारे, सुंदर हैं इनके नजारे! नील गगन में रहते हैं, लगते हैं कितने प् ये सूरज, चाँद व तारे, सुंदर हैं इनके नजारे! नील गगन में रहते हैं, लगते ...